सही बात तो यह थी कि गंगा अंदर से टूट गई थी और गाँव वालों का सामना नहीं करना चाहती थी। सही बात तो यह थी कि गंगा अंदर से टूट गई थी और गाँव वालों का सामना नहीं करना चाहत...
मैंने शाम का दिया जलाने के लिए पूजाघर की ओर कदम दिए। मैंने शाम का दिया जलाने के लिए पूजाघर की ओर कदम दिए।
मैं सोच रहा था कि अपना मास्क मुंह से हटा कर आंखों पर बांध लूं, क्योंकि वो छलकने लगी थी मैं सोच रहा था कि अपना मास्क मुंह से हटा कर आंखों पर बांध लूं, क्योंकि वो छलकने ...
क्या सुशीला जी ने सही किया आप अपने अनमोल विचार देकर बताइएगा जरूर। क्या सुशीला जी ने सही किया आप अपने अनमोल विचार देकर बताइएगा जरूर।
वो रजनी जो कभी अपने घर की शान थी, अपने पति की जान थी, आज एक फ़ालतू कबाड़ की तरह पड़ी हुई है, जिसकी किसी... वो रजनी जो कभी अपने घर की शान थी, अपने पति की जान थी, आज एक फ़ालतू कबाड़ की तरह पड़...
अब तो उनकी आँखें थक चुकी थी किसी अपने की राह तकते, भगवान के द्वारा भी बाबूजी को उनके पास बुला लेने ... अब तो उनकी आँखें थक चुकी थी किसी अपने की राह तकते, भगवान के द्वारा भी बाबूजी को...