कार्टून
कार्टून
प्रोड्यूसर का निर्देश था राजनीतिज्ञ के कार्टून का। कार्टून ऐसा बनना चाहिये कि राजनीतिज्ञ का परम्परागत पेशा, उसके विचारों का द्वंद, विचारों का निर्णायक तत्व और निर्णायक स्थितियों को बदलने का भावनात्मक विचार उस कार्टून में एक साथ परिलक्षित होने चाहिये।
अतीत, वर्तमान और भविष्य का एक संगम सा दिखे कार्टून में और यह बात साफ साफ रिफ्लेक्ट हो कि अतीत भी है वर्तमान में और भविष्य की एक धारा फूटने वाली है इसके अंदर से। निर्देश को लेकर कार्टून टीम में बहस छिड़ी हुयी थी।
सबके सब अपना अपना सुझाव दे रहे थे। एक ने कहा कि इनके सर पर गोल कैप, जीन की शर्ट, और नीचे भगवा रंग की लुंगी पहनायी जाए। हाथ में एक छोटा सा रूल पकड़ा दिया जाए ताकि लगे कि ये कुछ इंस्ट्रक्ट करना चाहते हैं, और इनके सामने एक छोटी सी कुर्सी रख दी जाए ताकी लगे कि इनके कदम आहिस्ता आहिस्ता कुर्सी की तरफ बढ़ रहे हैं।
दूसरे ने कहा आइडिया अच्छा है, कैप का रंग लाल और जीन को परम्परागत रंग में और लुंगी को भगवा में दिखाया जाना अच्छा रहेगा। साफ साफ लगेगा दिमाग विदेशी चिंतन का प्रतीक है, शर्ट हालात का अनुसरण कर रही है और लुंगी अपनी परम्परा को निभाने का प्रमाण दे रही है। हां रूल को इस्ट्रक्सन देते हुये दिखाए जाने से बेहतर है इसे सामने के लोगों के सिर पर पड़ता हुआ दिखाया जाए। यह एहसास दिलाया जाना जरूरी है कि अगर कोई असहमत है तो उसे इस रूल से ठीक किया जा सकता है।
तीसरे ने कहा सब कुछ ठीक ठाक है बस कैप का कलर ब्लू कर दिया जाए ताकी वैचारिक परिवर्तन की क्रांतिकारिता को डीम किया जा सके।
चौथे ने कहा लेकिन इस कार्टून से वैचारिक द्वंद कहाँ रिफ्लेक्ट होगा, कुछ कपड़ों को निकालकर रखते हुये भी दिखाया जाना चाहिये और उनके स्थान पर दूसरे धारण करते हुये भी दिखाया जाना चाहिये, ताकी लगे कि विचार बदल रहे हैं और पूरे परिवेश को आदर्शवादिता के उगते हुये रंग में दिखने के लिये हरे रंग में सराबोर कर दिया जाना चाहिए।
फिर सबने अपना अपना कार्टून बनाया। चारों कार्टून डायरेक्टर के पास गये। डायरेक्टर ने चारों को अपने पास बुलाया, पहले तो उनको डाँटा कि तुम सिर्फ चार हो और एक प्रोजेक्ट पर एक मत नहीं हो तो फिर अपने कार्टून से लोगों को एक सूत्र में कैसे बांध सकते हो।
फिर उसने चारों को मिलाकर एक कार्टून बनाने का निर्देश दिया, कहा कि एक छोटा सा परिवर्तन और होना चाहिये कि नेता जी के एक हाथ में रूल है तो दूसरे में फोन होना चाहिये और चप्पलों की जगह एक सुंदर रुप का खड़ाऊं उनके पैरों की शोभा बढ़ाने के लिए दर्शाया जाना चाहिये।
