Sheikh Shahzad Usmani

Children Stories Inspirational

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Sheikh Shahzad Usmani

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कागा उवाच!'

कागा उवाच!'

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तीनों प्यासे थे। अपनी-अपनी सामर्थ्य अनुसार वे पानी की तलाश कर चुके थे। मुश्किल से एक सुनसान जगह पर एक झुग्गी के द्वार के पास एक मटका उन्हें दिखाई दिया। बारी-बारी से तीनों ने उसमें झांका। फिर गर्दन झुकाकर एक दूसरे को उदास भाव से देखने लगे। मटके में पानी का तल काफी नीचे था।

बहुत ज़्यादा प्यासे कौए ने पुरानी लोककथा अनुसार काफी कंकड़-पत्थर चोंच से उठा-उठा कर मटके में डाल कर पानी का स्तर ऊपर लाने की कोशिश की, लेकिन उसे उस कथा की कल्पना की सच्चाई समझ में आ गई। थक कर वह बैठ गया।

दूसरे कौए से देखा न गया। अपनी प्यास बुझाने हेतु उसने अंदाज़ लगा कर मटके के बीच और नीचे वाले भाग की तरफ़ चोंच मारकर छेद करने की कोशिश की। चोंच में अत्यधिक दर्द होने लगा, लेकिन छेद ही न हो सका। पहले वाले को भी कुछ उम्मीद बंधी थी, लेकिन दूसरे वाले का निराश चेहरा उससे देखा न गया।

वे दोनों तीसरे कौए को निहारने लगे, जिसकी आवाज़ बंद हो गई थी प्यास की वजह से। तीसरे ने इधर-उधर फुदक कर कोई युक्ति सोची और उड़ कर भाग गया। एक घूरे से कोल्ड-ड्रिंक पीने वाली जैसी लम्बी नलिका सी स्ट्रॉ चोंच में दबाकर वापस लौटा और वह स्ट्रॉ मटके में डाल कर पहले वाले कौए की मेहनत का फ़ायदा लेकर उससे पानी की घूंट पीने लगा। उसके आमंत्रण पर बाकी दोनों कौओं ने भी अपने गले तर कर लिए।

"भाईसाहब! आपको ये तरीक़ा कैसे सूझा? क्या कोई नई लोककथा या पंचतंत्र कहानी सुन-पढ़ ली?" दूसरे वाले कौए ने पहले वाले के पास बैठ कर तीसरे से पूछा।

"चौकन्ना रहना होगा! इस ज़माने में इंसान किस-किस तरह से जुगाड़ करते हैं, चारों तरफ़ क्या, कैसे और क्यों हो रहा है सब समझना होगा अपडेट रहने वास्ते!" तीसरे के कंठ से आवाज़ निकली, आत्मविश्वास के साथ।

"हां, सही कहते हो! यहां तो लोग बेरोज़गार, अनपढ़, ग़रीब, अपराधी, पशु-पक्षियों सब से अपने काम निकाल लेते हैं! आजकल के साम-दाम-दंड-भेद-तकनीक सब आना चाहिए! यही नई कथा-व्यथा है!" पहले कौए ने तीसरे से चोंच मिला कर कहा।


कहानी से शिक्षा :  कलियुग की प्रवृत्तियों भ्रष्टाचार, स्वार्थ, साम-दाम-दण्ड-भेद और जुगाड़ का सामना करते हुए अपनी समस्याओं का समाधान बहुत ही सूझबूझ से बिना किसी को नुकसान पहुँचाये स्वयं करने की कोशिश करनी चाहिए और ज़रूरतमंदों की सहायता करनी चाहिए, मार्गदर्शन प्रदान करना चाहिए।



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