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Dhan Pati Singh Kushwaha

Children Stories Inspirational

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Dhan Pati Singh Kushwaha

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जल संरक्षण

जल संरक्षण

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रीतू आज कक्षा की आभासी बैठक ( वर्चुअल मीटिंग ) में करीब पांच मिनट देर से जुड़ा हम सबको बड़ा ही आश्चर्य हुआ कि बैठक में सबसे पहले जुड़ने वाला रीतू आज विलम्ब से कैसे जुड़ा ? लेकिन सब की जिज्ञासाओं का समाधान रितु ने बैठक में जुड़ते ही कर दिया सभी को औपचारिक रूप से नमस्ते कहने के बाद रितु ने कहा कि वह क्षमा प्रार्थी है कि वह आज की मीटिंग में विलंब से जुड़ सका। अभी तक वह बैठक में सबसे पहले जुड़कर उन लोगों को जागृत करता था जो बैठक में अक्सर देरी से जुड़ते थे । फिल्म से जुड़ने का कारण रितु ने बताया कि आज उसके क्षेत्र में पानी काफी कम दबाव पर उपलब्ध था मोटर चलाने के बाद भी पानी की छत पर रखी टंकी को भरने में काफी विलंब हो गया और सुबह जल्दी उठकर मोटर चला कर अपने छत पर रखी पानी की टंकी भरने का दायित्व उसने अपने ऊपर ले रखा है । आज पानी का दबाव कम था तो पानी की टंकी पूरी भरने में विलंब हुआ यदि वह इस टंकी को पूरा भरने से पहले मोटर बंद कर देता तो पूरे दिन भर के लिए पानी उपलब्ध नहीं रह पाता ।पानी दिन के बीच में अन्य कार्यों में प्रयुक्त हो जाने के कारण सायंकाल के आवश्यक कार्यों के लिए जल की उपलब्धता न रह पाने के कारण घर पर समस्या होती।स्नान आदि दैनिक क्रियाओं से निवृत्त होने और नाश्ते में समय लग जाने के कारण विलम्ब हो गया जिसके लिए मैं हूं ना हार्दिक खेद व्यक्त करता हूं।


अपने क्षेत्र में जल संकट की समस्या से सबको अवगत कराते हुए उसने कहा हमारे क्षेत्र में तो पानी प्रतिदिन आता ही नहीं एक दिन छोड़कर आता है। वह भी रात में 3:00 बजे के आसपास मोटर चलाने पर आता है ।उसने भी कभी यदि मोटर चलाने में पांच -दस मिनट देर हो जाए तो फिर मोटर चलाने के बाद भी पानी नहीं आता क्योंकि लगभग एक ही समय पर आसपास के सभी घरों में लोग मोटर चला देते हैं जिससे पाइप में पानी का दबाव कम हो जाता है ।जिनका घर गली के दूर वाले छोर पर स्थित है उनके यहां पानी कभी-कभी तो उपलब्ध नहीं हो पाता और यदि उपलब्ध होता भी है तो काफी कम दबाव पर। कभी-कभी तो ऐसा होता है है कि चलते-चलते मोटर गर्म हो जाती है । जिन की मोटर पुरानी हो चुकी है उनकी यह पुरानी मोटर चलते - चलते गर्म होकर रुक जाती है। कभी-कभी छत पर रखी पानी की टंकी आधी ,कभी दो तिहाई ,कभी तीन चौथाई भरकर ही पानी आना बंद हो जाता है बड़ी ही समस्या होती है। कई बार दैनिक कार्य भी मुश्किल से नहीं पढ़ पाते हैं जबकि कुछ घर ऐसे हैं जिनका घर पाइप लाइन के पास है वह सबसे पहले मोटर चला देते हैं लगता मोटर चलाने के बाद भी सो जाते हैं उनकी टंकी पूरी पानी से भरने के बाद पानी बहना लगने लगता है उनके शव भर जाती है तो किसी के घर में पानी का अपव्यय होता है और कोई घर बूंद -बूंद के लिए तरसता है। पता नहीं समझ में संपत्ति संसाधन का असमान वितरण क्यों है? कुछ लोग इसलिए संसाधनों से वंचित हैं क्योंकि कोई कुछ लोगों के पास आवश्यकता से अधिक संसाधन है। कुछ लोग सदैव अभाव में जीते हैं तो कुछ लोग फिजूलखर्ची करते हैं।


आकांक्षा ने सब को बताया कि अभी लॉकडाउन के दौरान वह अपने गांव गई थी गांव में भी पानी की समस्या बड़ी ही भयावह होती चली जा रही है वह अभी तीन दिन पहले ही गांव से दिल्ली वापस आई है ।उसने बताया कि हमारे गांव में पहले कुएं होते थे और उनसे पानी निकालने के लिए लगभग पंद्रह फिट रस्सी का प्रयोग कुओं में से पानी निकालने में होता था। धीरे-धीरे कुओं में पानी कम हो गया क्योंकि बहुत सारे घरों में हैंडपंप लग गए थे और खेतों में सिंचाई के लिए किसानों ने बोरवेल लगवा रखे हैं जिनसे वे लोग डीजल पंपिंग सेट की मदद से जमीन का पानी निकाल कर खेतों की सिंचाई करते थे। आज स्थिति यह है कि कुआं कोई भी कुछ सूख चुके हैं उन्हें बंद कर दिया गया है हैंडपंप से लगभग बीस फीट के आसपास जमीन में बोर करके पानी मिल जाता था अब यह पानी कम से कम साठ फीट या उससे अधिक गहराई का बोर करने पर ही मिलता है। किसानों ने जो बोरवेल लगवा रखे थे उनसे पहले पचास से साठ फिट बोर करने पर मिल जाया करता था। अब कम से कम एक सौ पचास फीट के आसपास बोर करने के बाद ही पानी मिलता है और वह भी पंपिंग सेट की मदद से जमीन से नहीं खींचा जा सकता ।अब उसमें सबमर्सिबल मोटर डालनी पड़ती है। हम लोगों ने घरों में हैंडपंप की बजाय मोटर और पंप हैंड पंप के बोर में लगा रखे हैं और घरों में उनकी छतों पर पानी के टैंक रख रखे हैं । घरों में पहले की तुलना में कई गुना अधिक पानी खर्च होता है अब वह दिन दूर नहीं की गांव की स्थिति भी शहर जैसी ही हो जाएगी उन क्षेत्रों में जहां पहले से पानी की बहुत अधिक समस्या है उसी तरह से जो क्षेत्र पानी की समस्या से रहित थे अब हा भी समस्याएं सिर्फ उठाएंगी। आज जरूरत है जल संरक्षण की सभी लोगों में जल के प्रति जागरूकता की जल को बचाने की जल को संरक्षित करने की और जल के पुनर्चक्रण की और नई तकनीकों के प्रयोग की जिससे कि कम से कम पानी में हमारा काम चल सके ।जिस तरीके से पेट्रोलियम उत्पादों के प्रयोग में नई तकनीक लाभदायक सिद्ध हो रही है इसी तरीके से ऐसी तकनीक पानी चाहिए जो जल संरक्षण में हम सब की सहायता करें।


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