सिर्फ उसे रटते रहने से शब्द गलत और अर्थ का अनर्थ हो जाता है। सिर्फ उसे रटते रहने से शब्द गलत और अर्थ का अनर्थ हो जाता है।
देश के भीतर एक बार फ़िर से लम्बी बहस का बड़ा ही शांतिप्रिय हल प्रेम के प्याले परोसने के मंचन के साथ ही... देश के भीतर एक बार फ़िर से लम्बी बहस का बड़ा ही शांतिप्रिय हल प्रेम के प्याले परोस...
”कैसी बातें कर रहे हैं आप... मुझे तो उन्होंने ही बताया है।” ”कैसी बातें कर रहे हैं आप... मुझे तो उन्होंने ही बताया है।”
मुझे जरूर बताना आप कौन से वाले सोफा यूजर हो चलो दोस्तों मैं चलता हूं बाय .... मुझे जरूर बताना आप कौन से वाले सोफा यूजर हो चलो दोस्तों मैं चलता हूं बाय ....
“एक कप क्यों ? लोटा भर के मिलेगी और ये सुना किसको रहे हो ? मैं क्या वैसे कॉफी बना के नहीं देती ?” “एक कप क्यों ? लोटा भर के मिलेगी और ये सुना किसको रहे हो ? मैं क्या वैसे कॉफी बन...
साथ ही हमारे घरवालों के लिए भी क्योंकि हम तो लिखने में बिजी रहेंगे न। साथ ही हमारे घरवालों के लिए भी क्योंकि हम तो लिखने में बिजी रहेंगे न।