कह कर सुषमा हल्के मन से किचन की तरफ बढ़ गई। कह कर सुषमा हल्के मन से किचन की तरफ बढ़ गई।
मोहनलाल पत्नी की नजरों में झांकते हुए बोले। मोहनलाल पत्नी की नजरों में झांकते हुए बोले।
मसालों से लबरेज़ बैंगन का भरता, जबान पर रखते ही आत्मा तृप्त हो जाती है। मसालों से लबरेज़ बैंगन का भरता, जबान पर रखते ही आत्मा तृप्त हो जाती है।
बहादुर के चिकन वाली डिश भी उसके मेन्यू में शामिल है और उसकी खूब डिमांड है। बहादुर के चिकन वाली डिश भी उसके मेन्यू में शामिल है और उसकी खूब डिमांड है।
लेखक: सिर्गेइ नोसव, अनुवाद: आ. चारुमति रामदास लेखक: सिर्गेइ नोसव, अनुवाद: आ. चारुमति रामदास
सोनालिका ने हँसते हुए बात पूरी कर दी थी। घर दोनों की सम्मिलित हँसी में डूब गया था। सोनालिका ने हँसते हुए बात पूरी कर दी थी। घर दोनों की सम्मिलित हँसी में डूब गया थ...