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Dr Lalit Upadhyaya

Children Stories Drama Inspirational

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Dr Lalit Upadhyaya

Children Stories Drama Inspirational

चाचा चौधरी की सीख

चाचा चौधरी की सीख

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चाचा जी आप के बारे सभी कहते है कि- चाचा चौधरी का दिमाग तो कंप्यूटर से भी तेज कैसे चलता है? यह पूछते हुए साबू उनके पास आकर बैठ गया।चाचा चौधरी बोले---अरे रे रे...साबू ऐसा कुछ नहीं है, बस ये तो कमाल तो तेरी चाची जी द्वारा खिलाए गए 'बादाम' करते है। हा हा हा। आप सभी को भूख लगी होगी तो मैं नाश्ता ले आई हूं इसे सभी खा लीजिए-नाश्ता रख कर चाची रसोई की ओर चली गई। नाश्ते की मेज पर पप्पू बोला-बचपन भी क्या अजीब होता है जिसे देखो वो ही बच्चों को टोकता रहता है। ये करो, ये मत करो। चाचा जी क्या आपके बचपन में भी बड़े चौधरी यानी हमारे दादाजी आपको ऐसे ही टोकते थे, कोई काम करने से बार- बार रोकते थे। चाचा जी मुस्कुराए और बोले-पप्पू ,वो भी क्या अच्छा हमारा बचपन था। कंचे, आइस पाइस, विष-अमृत, सितोलिया, दौड़ना और दौड़ाना आदि खेल का अपना मजा था आज सब वीडियो गेम में बच्चे आंखें फोड़ रहे है। और तंदरुस्ती को रो रहे है। जब हम कॉमिक्स को गणित की किताब में रख कर पढ़ते थे, अब कॉमिक्स अब चलती फिरती कार्टून बन गई है। जब दूरदर्शन पर रामायण, महाभारत, चित्रहार ,रंगीली देखने की बात ही निराली थी। अब, बेटा पप्पू आज जमाना बदल गया है। हम ऑफलाइन पढ़ते थे, अब ऑनलाइन का जमाना है। साबू उदास मन से बोला- वाह रे जमाने, बचपन बचा रे। साबू ने कहा पप्पू तुम सुबह 8 बजे सो कर उठते हो। चाचा जी के जमाने में बड़े चौधरी यानी हमारे दादा जी 4 बजे उठा कर दौड़ लगवाते थे, फिर नहा धो कर मट्ठा, गुड़ चना और बादाम खिलाते थे।

पप्पू--'साबू भाई, हमको तो पिज्जा बर्गर भाते है जो हम ऑनलाइन ही मंगवाते है। साबू-'तभी तो बचपन में ही बच्चों की नजर कमजोर हो रही है, शरीर भी बर्गर की तरह फूल रहा है। चाचा चौधरी बोले-बेटा, सुबह जल्दी जगना, दौड़, कसरत व योग करना, सुबह नाश्ता पेट भर कर करो, रात को हल्का ही खा कर ही रहो, हां, टी.वी को कम ही देखना, रात को जल्दी समय पर सोना यह दिनचर्या अपना लो, बचपन की खुशियों के यह राज जान लो। पप्पू-चाचा जी आपका तो जबाव नहीं। साबू ने कहा-'बेटा पप्पू, यही है चाचा जी के कंप्यूटर से भी तेज दिमाग का राज और देखो मेरी भी कसरत से बनी बॉडी बनी ऐसी है आज।' चाचा जी बोले-अरे, पप्पू,बाल दिवस 14 नवम्बर को फिर देश मनाने जा रहा है, दीवाली की खुशियां, मिठाई और दीये के उजाले को साथ ला रहा है। चाचा चौधरी, चाची, साबू, पप्पू सभी एक साथ बोले-बाल दिवस की अग्रिम शुभकामनाएं, आप सेहतमंद आदतें अपनाएं। साबू -चाचा जी आपने बच्चों के लिए दी सीख नई।


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