Shalini Dikshit

Others

5.0  

Shalini Dikshit

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बस एक फोन कॉल

बस एक फोन कॉल

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समय देखने के लिए प्रिया ने मोबाइल उठाया तो तुरंत ही एक मैसेज फ़्लैश हुआ- 'अम्मा इज नो मोर,' उसको ऐसा झटका लगा वह संज्ञा शून्य हो गई तुरंत पति को आफिस में फ़ोन किया कि अम्मा बहुत ज्यादा बीमार हैं हमें तुरंत जाना होगा। अम्मा की मृत्यु हो गई है उसने यह फोन पर बताना उचित नही समझा।

सुदूर प्रदेश से उन्हें अब घर जाना होगा ये सोच कर वो जल्दी-जल्दी जरूरत का सामान बैग में रखने लगी, उसी समय पिछली गुजरी एक-एक बात उसकी आंखों के सामने आने लगी ।

काश !वह छुट्टियों में बाहर घूमने न गई होती तो पूरा टाइम अम्मा के साथ रह लेती, काश! रोज फोन किया होता, काश! हमेशा सिर्फ प्रेम से ही बात की होती, काश! उनकी पसंद की हर चीज उनको बना के खिला दी होती।

अब तो सोच ही सकती है गुजरा वक़्त तो वापस आ नहीं सकता था । क्यों, आखिर क्यों हम जीते जी यह नहीं सोच पाते कि बुजुर्ग हो रहा इंसान एक दिन चला जाएगा इसलिए उस के साथ अच्छा व्यवहार करें हमेशा उसका ध्यान रखें, इन्ही सब बातों से परेशान हो प्रिया ने जोर से अपने बाल नोचने चाहे कि अचानक उसकी आंख खुल गई, पति को पास में सोया देख उसको समझ आया यह सब बुरा सपना था उसको थोड़ा सा सुकून मिला की अपने सारे काम पूरे करने के लिए समय है अभी उसके पास ,वह तुरंत मोबाइल उठा के अम्मा को फ़ोन करने लगी।


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