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Rashmi Sinha

Others

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Rashmi Sinha

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अफवाह

अफवाह

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अपने वैनिटी वैन में आराम फरमाते, अरुण को बुलाने सेट से कोई आया था, "सर, 'शॉट रेडी है चलिए।"

"कंचन जी आ गई क्या ?" अरुण ने उठते-उठते पूछा

"चलो आता हूँ,"

"जी कंचन जी सेट पर मौजूद हैं।"

अरुण उठा,वॉशरूम से फ्रेश होकर निकला तो उसके मेकअप मैन ने चेहरे की री टचिंग की, अब वो ताजगी महसूस कर रहा था और उसने सेट की ओर कदम बढ़ा दिए।

अरुण कुमार, फिल्मी जगत का एक जगमगाता सितारा, जनता में बेहद लोकप्रिय था।

या यूं कहा जाए कि दीवानगी की हद तक लोकप्रिय--, सोच, समझ कर फिल्में साइन करता,

बड़े और नामी निर्देशकों की।

ये फ़िल्म भी नामी निर्देशक रोहित कुमार की थी। सफलता निश्चित थी पर करोड़ों दांव पर लगा देने के बाद भी जनता की पसंद की कोई गारंटी नही, फ्लॉप होने की आशंका हमेशा दिमाग मे तैरती रहती।

सेट पर पहुंचते ही, लाइट, कैमरा, एक्शन आदि शुरू हुए, एकाध कट, कट के बाद शॉट ओ के हुआ और शूटिंग सम्पन्न हुई। ये फ़िल्म के आखिरी द्रश्य थे। हांलाकि ये फ़िल्म आठ महीने

के रिकॉर्ड समय मे तैयार हुई थी, पर हर कलाकार थका हुआ था,प्रोड्यूसर और डायरेक्टर का भी यही हाल था।

सब छुट्टी के मूड में थे। खुशी का माहौल था।अरुण सपरिवार स्विट्जरलैंड जाकर छुट्टी बिताने वाले थे। अन्य के भी प्रोग्राम तय थे। इस विश्राम के समय का सबको सदुपयोग करना ही था।अब सिर्फ एडिटिंग, साउंड रेकॉर्डिंग के ही काम शेष थे जो एक से डेढ़ महीने में पूरे हो जाने वाले थे और उसी आधार पर मूवी के रिलीज़ की तारीख भी तय कर दी गई थी।प्रचार, प्रसार, होर्डिंग और बैनर के अतिरिक्त ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर भी भरपूर विज्ञापन दिए जा रहे थे।

शो के प्रीमियर पर एक हॉल में अरुण कुमार और अभिनेत्री कंचन भी दर्शकों से रूबरू होने वाले थे।

कहने का तातपर्य ये कि दर्शकों को भी इस फ़िल्म का जोर शोर से इंतजार था।महीना बीत चला था कि लोगों ने अखबारों में,टीवी समाचारों में, ऑनलाइन सुना,पढ़ा, ' अरुण कुमार' अपने स्विट्जरलैंड के लक्ज़री सुइट में मृत पाए गए।शोर मच गया, लोग मना रहे थे काश ये खबर झूठी हो। महिलाओं , लड़कियों का रो, रोकर बुरा हाल था।

ये क्या हुआ? प्रोड्यूसर ,डायरेक्टर अलग परेशान हो इंटरव्यू देते घूम रहे थे। आगे की जानकारियां एकत्र की जा रही थी।

इसी गहमागहमी के बीच देश के लगभग सभी पी.वी. आर में फ़िल्म रिलीज़ की गई। जनता टूट पड़ी थी अपने पसंदीदा कलाकार की अंतिम फ़िल्म देखने के लिए।जिस फ़िल्म के लिए अनुमान लगाया जा रहा था कि सौ करोड़ का बिज़नेस करेगी उसका मुनाफा 200 करोड़ का आंकड़ा लांघ चुका था।

ऐसे में ही अवतरित हुए थे अरुण कुमार---अपनी मौत की झूठी अफवाहों का खंडन करने और दर्शकों से अपने प्रति प्रेम का आभार प्रकट करने।



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