Kajal Manek
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आज शाम से ही सीमा का मन विचलित था। कहीं शांति नहीं मिल रही थी कभी कभी लगता कहीं दूर चली जाए,
कोचिंग जाती तो थी पर उसे लग रहा था कि नॉकरी नही मिलेगी हार चुकी थी उसकी दोस्त जो नॉकरी करती थी अनुभवी थी उसने समझाया तो वह फिर जुट गई।
बारिश की यादे...
तुम ठीक तो हो
देवी पूजा
इंतजार
मेट्रोमोनियल
इंतज़ार
भेलपुरी
छोटा हाथी
परवरिश
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