आधुनिकता और स्टेटस
आधुनिकता और स्टेटस
तनु- जल्दी से दरवाज़ा खोलो, मुझे वाशरुम युज करना है
नमिता- हाँ हाँ खोल रही हूँ। चाभी नहीं मिल रही है पर्स में।
तनु- कहाँ रख दी?
नमिता- अरे यही तो रखी थी इसी चेन में। कुछ सोचते हुए। अरे कहीं आँफिस में टेबल पर तो नहीं रह गई।
तनु,-अरे वहाँ कैसे पहुँच गई?
नमिता- वो में कुछ ज़रुरी पेपर ढूंढ रही थी पर्स में से, नहीं मिले तो सारा पर्स उड़ेल कर देखा था। वापस सामान डालने में चाभी टेबल पर ही रह गई होगी।
तनु- अब क्या करें।
नमिता- करना क्या है। मनुज का इंतजार करना पड़ेगा।
तनु,- मनुज? ये तुम दोनो साथ में ही रहते हो। एक ही फ्लैट में?
नमिता- हाँ यार।
10 मिनट के बाद मनुज पहुँचा। तब वो ताला खोल कर अंदर आए। अंदर आकर नमिता ने तीनों के लिए कॉफी बनाई और हॉल में ले आई। साथ में कॉफी पीते हुए गपशप करने लगे। बाद में तनु अपने घर चली गई।
मनुज- तुम तनु को यहाँ क्यों लेके आई। तुम्हें पता है वो सारे ऑफ़िस में बता देगी की हम साथ में रहते है।
नमिता- तो बता देने दो, कोई चोरी है क्या। एक न एक दिन सब को पता चलेगा ही, वैसे भी हम शादी करने वाले है। फिर चोरी क्यों
मनुज- वो तो ठीक है फिर भी अभी से क्यों बताए सबको।
नमिता- मुँह बिचकाते हुए किचन में कुछ खाने को बनाने चली गई ।
फिर दोनो ने डिनर करने के बाद थोड़ी देर टीवी देखा। और सो गए।
कुछ महीने यूं ही गुज़र गए। एक दिन अचानक से नमिता को मनुज ने बताया कि उस ने कहीं और फ्लेट ले लिया है, तो वो बहुत खुश हुई।
पहाड़ तो तब टूटा नमिता पर जब ये मालूम पड़ा कि उस के फ्लैट में कोई और भी साथ में है। अब नमिता को शक होने लगा उसके प्यार और वादे पर।
कहीं मनुज धोखा तो नहीं दे रहा है मुझे। ये सोच वो काँप गई। उसने अपनी सहेली तनु को फोन कर के सब बताया। कैसे मनुज उसे धोखा देने की कोशिश कर रहा है।
तनु- तू चिंता मत कर। सब ठीक हो जाएगा। तू बस उससे शादी करने की ज़िद कर ले। फिर देख वो क्या कहता है। अगर वो आना कानी करे तब देख लेंगे उसे।
नमिता- ठीक है। तू कहती है तो मैं आज ही बात करूंगी।
रात को जब मनुज आया तब नमिता ने खाने के टेबल पर ही अपनी शादी की बात चला दी। मनुज ने कहा- जल्दी क्या है कर लेंगे। वैसे भी बिन फेरे हम तेरे है। फिर इन फेरो की क्या जरुरत ।
नमिता- हूँ तुम ठीक कह रहे हो। क्या जरुरत है इसकी। तो फिर साथ रहने की भी कोई जरुरत नहीं है ।
मनुज- अरे मैं मज़ाक कर रहा था। शादी तो तुमसे ही करुँगा। आई लव यू । नमिता ।
नमिता- आई टू। और मुस्कुराते हुए झूठे बरतन रखने रसोई में चली गई ।
सुबह उठ कर वो अपना सामान बांधने लगी।
उसे पैकिंग करते देख मनुज ने कहा- तुम कहीं जा रही हो क्या?
नमिता- हाँ ।
मनुज- कहाँ ।
नमिता- वहाँ जहाँ तुम्हारा साया भी नहीं होगा।
ये सुनते ही सब समझ गया वो। कि नमिता को सारी सच्चाई का पता लग गया है और माफ़ी माँगने लगा।
नमिता माफ़ करने से इंकार करते हुए घर से बाहर चली गई।
मनुज उसके पीछे पीछे भागा। पर वो नहीं रुकी।
संभल गई थी नमिता, बच गई थी वो एक धोखे से जो उसकी जिंदगी बर्बाद कर देता।
लिविंग रिलेशनशिप जिंदगी को बर्बाद करती है।
लेकिन नई जनरेशन उसे आधुनिकता और स्टेटस समझती है।
