Ankita Ingle

Others

5.0  

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आ अब लौट चले ...

आ अब लौट चले ...

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“अलिशा, जल्दी करो ! आज फिर तुम्हारी वजह से लेट हो जाऊंगा ,” रौनक ने कहा ! हाँ बाबा ,बस दो मिनट में आई ! मुझे घर, ऑफिस और यश तीनो को देखना पड़ता है ! अलिशा ने  आते आते कहा ! ठीक है अब जल्दी बैठो कार में , नैनी देख लेगी अब घर और यश दोनों को , रौनक ने आँख मारते  हुए कहा तो अलिशा भी मुस्कुराये बिन नही रह सकी !गाड़ी में बैठे -२ अलिशा सोच में डूब गयी ,  दोनों को  ८ साल हो गए  न्यूयॉर्क  अपने ३ साल के बेटे यश के साथ , इन ८ सालो में वे मुश्किल से २ या ३ बार ही इंडिया गए थे ! जब से रौनक का तबादला न्यूयॉर्क  में हुआ था तब से वे यही के हो कर रह गए थे ! फिर घर में बैठे-२ अलिशा भी बोर हो जाती थी तो उसने भी जॉब ज्वाइन कर ली , फिर उसके बाद से तो दोनों की ज़िन्दगी बस मशीन बन गई थी ! सुबह उठते के  साथ ही भागा दौड़ी शुरू , फिर उनकी लाइफ में यश आ गया उनका प्यारा सा बेटा फिर तो और दोनों के पास एक दुसरे के लिए  भी टाइम नही होता था ! कई बार अलिशा ने जॉब छोड़ने की सोची , पर इतने बड़े शहर में खर्च भी तो काफी होता है यही सोच के अलिशा ने अपनी लाइफ के साथ कोम्प्रोमाईज़ कर लिया और वो भी न्यूयोर्क  की भागती दौड़ती जिंदगी का हिस्सा बन गयी उसके ऑफिस के कलीग्स  भी तो यही सब करते है जो रौनक और अलिशा करते है ! अलिशा तुम्हारा ऑफिस आ गया , रौनक ने आवाज़ लगायी तब अलिशा को होश आया , हाँ बाबा उतर रही हूँ  इतना कहते हुए वो गाड़ी से उतर गयी और रौनक अपने ऑफिस चला गया ! ऑफिस में एंट्री करने के बाद अलिशा अपने बेंच में बैठ गई , आज बहुत काम था उसे शायद उसे लेट भी हो जाये घर जाने में यही सोचते -२ उसने काम करना शुरू किया , कुछ देर के बाद उसकी फ़ोन की घंटी बजी देखा तो उसकी माँ का फ़ोन था , उसे याद आया की कितने दिन हो गए उसे अपनी माँ से बात किये हुए और उसने तुरंत फ़ोन उठा लिया , हेल्लो  माँ कैसी हो ? उधर से आवाज़ आई ठीक हूँ  बेटी बहुत दिन हुए तूने कॉल नही किया तो मुझसे रहा नही गया तो मैंने ही कर लिया ठीक किया ना ? हाँ माँ अच्छा किया मैं भी आप को बहुत मिस कर रही थी पर घर , ऑफिस इन सब के चक्कर में टाइम ही नही निकाल पाई सॉरी माँ , अलिशा ने रुंधे  आवाज़ में कहा ! कोई नही बेटा हम भी तुम लोगो को बहुत मिस करते है बहुत दिन हो गए तुम लोगो को देखा नही है बस विडिओ कॉल में देख लेते है कभी कभी , अलिशा की माँ ने कहा ! माँ पापा कैसे है ? ठीक है बेटा , अलिशा की माँ ने कहा ! फ़ोन दो ना बहुत दिन से उनसे भी बात नही हुई , अलिशा ने कहा ! वो आराम कर रहे है उठेंगे तो कॉल करवाउंगी ठीक है , माँ ने कहा ! क्या हुआ पापा को माँ ? आप ने मुझे कुछ नही बताया , अलिशा गुस्से में बोली , अरे कुछ नही बेटा उनको हार्ट अटैक आया था पर अब वो बिलकुल ठीक है और तुम लोगो को इस लिए नही बताया की ख़ामख़ा  तुम लोग चिंता करोगे तुम लोगो के पास वैसे भी बहुत काम है हम देख लेंगे यहाँ सब तुम चिंता मत करो ओके और हाँ कभी कभी टाइम निकाल के कॉल कर लिया करो बेटा अच्छा लगता है ठीक है अब तुम अपना काम करो मैं आराम से कॉल करती हूँ टेक केयर बेटा ,माँ ने कहा , टेक केयर यू टू माँ , मैं घर जा कर कॉल करती हूँ  इतना कह कर अलिशा ने फ़ोन रख दिया , अब उसका मन काम में बिल्कुल भी नही लग रहा था , उसे उसके पापा की चिंता हो रही थी ! शाम को घर आ कर भी उसे चैन नही था ,उसने ना तो ठीक से रौनक से बात की ना ही अपने बेटे यश को ठीक से समय दिया , खाना खाने से भी उसने मना कर दिया !  रात में रौनक ने अलिशा से कहा ,” क्या हुआ ? आज जब से तुम ऑफिस से आई हो कुछ खोई -२ लग रही हो ,ऑफिस में कुछ हुआ क्या ? अलिशा बोलो मुझे टेंशन हो रही है ! आज माँ का कॉल आया था सुबह , बता रही थी की पापा को हार्ट अटैक आया था कुछ दिन पहले अब वो ठीक है , अलिशा ने कहा ! क्या पापा को हार्ट अटैक आया था , लेकिन माँ ने हमें बताया क्यों नही ? ये रौनक ने कहा , माँ ने कहा हमे बहुत काम रहते है और हम बिजी भी बहुत रहते है तो क्यों डिस्टर्ब करना और अगर वो बता भी देती तो क्या हम पुणे जाते ? हमारे पास तो ना ही छुट्टी है और ना ही समय हम यहाँ आ कर इतने बिजी हो गए है कि हमें अपने घर वालो को कॉल करने के लिए भी टाइम निकालना पड़ता है एक दुसरे के लिए भी हमारे पास टाइम नही है बस एक सन्डे मिलता है तो उसमे घर के काम ! सोचो रौनक आगे चल कर अगर हमारा बेटा भी हमें यही कहे की मेरे पास टाइम नही है , छुट्टी नही है , तो सोचो हमें कैसा लगेगा , मैं मानती हूँ की पैसा बहुत जरुरी है पर अपनी फैमली  से ज़्यादा  नही , हम पुणे में कितने खुश थे याद है, अब तो हम बस पैसो के पीछे भाग रहे है , रौनक मैं नही चाहती की हमारा बेटा भी यही सब सीखे , क्या हम वापस पुणे नही जा सकते? अपनी फैमली  के पास वह भी तो अच्छे पैसे मिल जाते थे हम तो ज़्यादा  पैसो के लालच में यहाँ आये थे , कुछ बोलो ना रौनक , क्या हम वापस नही जा सकते ? अलिशा ने कहा !  रौनक मुस्कुरा रहा था, अलिशा मैं भी यही चाहता हूँ  पर मैं तुमसे कभी ये कह नही पाया , मैं कल ही अपने बॉस से ट्रान्सफर की बात करता हूँ  , कुछ टाइम तो लगेगा पर मुझे यकीन है की वो मान जायेंगे ! और जल्द ही हम अपनों के बीच होंगे ८ साल के वनवास के बाद ! अलिशा आज बहुत खुश थी आज कितने दिनों बाद उसे चैन की नींद आएगी , अपने देश जो जा रही थी वो अपनों के बीच अपनों के साथ !          


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