महका जाए घर आंगन को अदभुत एक नशा महका जाए घर आंगन को अदभुत एक नशा
अकेलेपन में भी साथी बनती ये हवा अकेलेपन में भी साथी बनती ये हवा
जिंदगी से दूर आज़म की रहेगा ग़म सदा हो अगर जो प्यार की यूं ही बरसाते आपकी। जिंदगी से दूर आज़म की रहेगा ग़म सदा हो अगर जो प्यार की यूं ही बरसाते आपकी।
कैसी ये विदाई है, महफ़िल गम डूबा, आंखें भर आयी है।। कैसी ये विदाई है, महफ़िल गम डूबा, आंखें भर आयी है।।
कोई दिल मे उतर जाए, उसे फिर क्या कहा जाए। कोई दिल मे उतर जाए, उसे फिर क्या कहा जाए।
तुम्हारे आने की आहट, सदा समझते हैं ! तुम्हारे आने की आहट, सदा समझते हैं !