पता नहीं लोग क्यों यह भूल जाते हैं, यह शरीर भी, नारी की ही तो देन है । पता नहीं लोग क्यों यह भूल जाते हैं, यह शरीर भी, नारी की ही तो देन है ।
जीवन में हर तरह के लोगों से मिलकर आगे बढ़ते जाओ! जीवन में हर तरह के लोगों से मिलकर आगे बढ़ते जाओ!
गर्म साँसे हमारी चलती हैं दिल माँ का धड़कता है। गर्म साँसे हमारी चलती हैं दिल माँ का धड़कता है।
हे खग..! क्या सराहना करूँ तेरे भाग्य की..? हे खग..! क्या सराहना करूँ तेरे भाग्य की..?
रंग चढे तो उतरे नाहीं मै हो जाऊँ राधेश्याम! रंग चढे तो उतरे नाहीं मै हो जाऊँ राधेश्याम!
न जाने मन में कैसी हलचल हो रही है न जाने उससे मिलने की इच्छा क्यों हो रही है। न जाने मन में कैसी हलचल हो रही है न जाने उससे मिलने की इच्छा क्यों हो रही है।