जतन कोई बता दो तुम मिलोगे कैसे या मेरे प्राण निकलेंगे तेरी विरह में वैसे जतन कोई बता दो तुम मिलोगे कैसे या मेरे प्राण निकलेंगे तेरी विरह में वैसे
तेरी ज़ुल्फ़ है जैसे, सावन की घटा निराली है। आंखों को तेरी झलक मिले, ठंडक चंदन सी न्यारी है। हम ज़... तेरी ज़ुल्फ़ है जैसे, सावन की घटा निराली है। आंखों को तेरी झलक मिले, ठंडक चंदन ...