दिल को भाता है, तुम्हारी बाहों में सिसकना। दिल को भाता है, तुम्हारी बाहों में सिसकना।
कुछ हो ना हो, तकदीर के साथ होठों पे मुस्कराहट तो जरूर थी ।। कुछ हो ना हो, तकदीर के साथ होठों पे मुस्कराहट तो जरूर थी ।।
तड़पे,सिसके,छुए, निहारे चूमे प्रेम निशानी मन। तड़पे,सिसके,छुए, निहारे चूमे प्रेम निशानी मन।
कारण कुछ भी हो, कैसी भी विवशता हो पर ऐसा तो नहीं, जब हल केवल युद्ध हो। कारण कुछ भी हो, कैसी भी विवशता हो पर ऐसा तो नहीं, जब हल केवल युद्ध हो।