मौन और नि:शब्द तू केवल साहित्यकार का दंभ भरता है। मौन और नि:शब्द तू केवल साहित्यकार का दंभ भरता है।
दुनियादारी की समझ नहीं मुझे, मेरा तो बस रब ही सहारा है दुनियादारी की समझ नहीं मुझे, मेरा तो बस रब ही सहारा है
शायद यही लिखा था और नियति को यही मंजूर था, वरना प्रशासन और राजनीति में रुचि रखने वाल शायद यही लिखा था और नियति को यही मंजूर था, वरना प्रशासन और राजनीति में ...
पूरी दुनिया के साहित्यकारों को, एक माला में पिरो पाएगा। पूरी दुनिया के साहित्यकारों को, एक माला में पिरो पाएगा।
राजेन्द्र-मन्नु को नमन, थे श्रेष्ठ कथाकार दम्पति दोनों ही कुशल, सुलझे रचनाकार। राजेन्द्र-मन्नु को नमन, थे श्रेष्ठ कथाकार दम्पति दोनों ही कुशल, सुलझे रचनाका...
कविता काव्य पाठ कहानियां दिल कि बात ही तो है ! कविता काव्य पाठ कहानियां दिल कि बात ही तो है !