जैसा है वैसा रह ले तू छोड़ दे झूठी शान। जैसा है वैसा रह ले तू छोड़ दे झूठी शान।
हर राज्य की अपनी यहां अलग पहचान है l हर राज्य की अपनी यहां अलग पहचान है l
करवाती है मोहन की जान बन गई तू मेरे घर की शान। करवाती है मोहन की जान बन गई तू मेरे घर की शान।