कोई तो छीनता है मेरा सुकून कौन है जो संभावनाएं बांट ले! कोई तो छीनता है मेरा सुकून कौन है जो संभावनाएं बांट ले!
घने कोहरे में भी खिल आती हो धूप गर्माहट का आश्वासन देती हुई सी , घने कोहरे में भी खिल आती हो धूप गर्माहट का आश्वासन देती हुई सी ,
हरियाली ही हरियाली हो ... ऐसा अपना संसार हो ! हरियाली ही हरियाली हो ... ऐसा अपना संसार हो !