उन तीनों को बचपन से ही मैंने औरों को कैसे देखना है मैं नहीं सीखा पायी उन तीनों को बचपन से ही मैंने औरों को कैसे देखना है मैं नहीं सीखा पायी
किसी दूसरे गोले ( ग्रह) का प्राणी तू तेरी हस्त रेखा भी अजीब रोज ही मिटती है या सपाट किसी दूसरे गोले ( ग्रह) का प्राणी तू तेरी हस्त रेखा भी अजीब रोज ही मिटती ह...