समझा दुनिया ने, अरे ! देखो यह कितनी ! समझदार हो गयी, मैं बावली, जाने कहाँ खो गई ! समझा दुनिया ने, अरे ! देखो यह कितनी ! समझदार हो गयी, मैं बावली, जाने कहाँ खो ...
2021 को दे दो विदाई, इसने सारी हँसी मिटाई। 2021 को दे दो विदाई, इसने सारी हँसी मिटाई।
जो जिह्वा से बोलते वो ही फंसते हैं जो मौन रहते वो कभी न उलझते हैं। जो जिह्वा से बोलते वो ही फंसते हैं जो मौन रहते वो कभी न उलझते हैं।