फिर से गूंज रही है वही पुकार फिर से आज़ाद होना है एक बार । फिर से गूंज रही है वही पुकार फिर से आज़ाद होना है एक बार ।
'ग़ुस्सैल मास्टर की तरह न गरजना, न गड़गड़ाना, न घुमड़ घुमड़ के डरा अचानक ही बस ज़ोर से बरस जाना।' मु... 'ग़ुस्सैल मास्टर की तरह न गरजना, न गड़गड़ाना, न घुमड़ घुमड़ के डरा अचानक ही बस ज...
बातों से कभी भी दिल न दुखाओ, प्रेम और विश्वास का संदेश फैलाओ! नेकियां करो और नेकियां हीं बाँटो, ... बातों से कभी भी दिल न दुखाओ, प्रेम और विश्वास का संदेश फैलाओ! नेकियां करो और...