डरता हूँ की कहीं जीत न जाऊँ तूझसे ऐ ज़िंदगी। और यदि जीत गया तो, तुझसे बाजी मारना न सीख पाऊंगा ज़िन... डरता हूँ की कहीं जीत न जाऊँ तूझसे ऐ ज़िंदगी। और यदि जीत गया तो, तुझसे बाजी मा...
मैं तकता रहा उसकी बाट अक्सर एक दिन मैंने खुद को समझाया। मैं तकता रहा उसकी बाट अक्सर एक दिन मैंने खुद को समझाया।
बस हौसला कर बुलंद हौसला कर बुलंद। बस हौसला कर बुलंद हौसला कर बुलंद।
वह लड़की जब चालीस साल बाद इसी चौराहे से गुजरेगी वह लड़की जब चालीस साल बाद इसी चौराहे से गुजरेगी
किसी मोड़ पर अंगडाई के ज़ोर पर कभी यही रुक कर किसी छाँव में ये मत सोच लेना क्या सही क्या गलत? राह बदल ... किसी मोड़ पर अंगडाई के ज़ोर पर कभी यही रुक कर किसी छाँव में ये मत सोच लेना क्या सह...
न जाने कितने मौसम , कितने साल कितनी बरसातें हमने साथ साथ देखी है~! न जाने कितने मौसम , कितने साल कितनी बरसातें हमने साथ साथ देखी है~!