रस्ता अब भी मिला नही है, है मुरीद अब इस कलम के लाखों, लाख़ों में अलग ही चमक रहा हूँ ! रस्ता अब भी मिला नही है, है मुरीद अब इस कलम के लाखों, लाख़ों में अलग ही चमक रहा...
किसी मोड़ पर अंगडाई के ज़ोर पर कभी यही रुक कर किसी छाँव में ये मत सोच लेना क्या सही क्या गलत? राह बदल ... किसी मोड़ पर अंगडाई के ज़ोर पर कभी यही रुक कर किसी छाँव में ये मत सोच लेना क्या सह...
आँखों में सपनों का सैलाब बह रहा है, उठकर मुझे दौड़ने को कह रहा है. आँखों में सपनों का सैलाब बह रहा है, उठकर मुझे दौड़ने को कह रहा है.
न अब कर शिकायत और न ही इन मायूसियों से डरना, हम शायद भूल चुके हैं, आजकल तारीफ करना।। न अब कर शिकायत और न ही इन मायूसियों से डरना, हम शायद भूल चुके हैं, आजकल तारी...
निस्वार्थ भाव से हर विषय की है शिक्षा देता हर सवाल के जवाब से संशय को दूर भगाता। निस्वार्थ भाव से हर विषय की है शिक्षा देता हर सवाल के जवाब से संशय को दूर भग...