तुम्हें क्या हो गया है मेरा रक़ीब अब सो गया है तुम्हें क्या हो गया है मेरा रक़ीब अब सो गया है
धन-दौलत सुख-सुविधा वास्ते, तुमने हमको क्यों धोखा दिया। धन-दौलत सुख-सुविधा वास्ते, तुमने हमको क्यों धोखा दिया।
हो रही हैं बातें रोज़गार, विकास, ग़रीबों की जरा पता लगाओ! लगता है चुनाव करीब है। हो रही हैं बातें रोज़गार, विकास, ग़रीबों की जरा पता लगाओ! लगता है चुनाव करीब...