फिर क्यों उदास होते हो तुम; बे-सबब क्यों परेशाँ होते हो तुम ! फिर क्यों उदास होते हो तुम; बे-सबब क्यों परेशाँ होते हो तुम !
फैशन के इस दौर में हर कोई है होड़ में। फैशन के इस दौर में हर कोई है होड़ में।
कहीं खोई मंजिले मिलाने को, आकाश से तारे चुन लाई होली। कहीं खोई मंजिले मिलाने को, आकाश से तारे चुन लाई होली।
यह दुनिया है यारों रंग रंगीली बहुत खूबियों से है सजीली। यह दुनिया है यारों रंग रंगीली बहुत खूबियों से है सजीली।
रेखाओं पर भले चले ना बस हमारा, इन रेखाओं के बीच रंग मनचाहे भरना। रेखाओं पर भले चले ना बस हमारा, इन रेखाओं के बीच रंग मनचाहे भरना।
छोड़ दै रे माली के बईयाँ हमारी, ससुरा सुनेगा गाली देगा री बाग़ मैं, छोड़ दै रे माली के बईयाँ हमारी, ससुरा सुनेगा गाली देगा री बाग़ मैं,