मित्र मेरे ! मित्र मेरे !
सुनों मित्र सुनों मित्र
एक सवेरे की बात है जब न कर पाए मुझको आकर्षित वे पेड़-ंपौधे वे सूरज की जोशीली तरंगें एक सवेरे की बात है जब न कर पाए मुझको आकर्षित वे पेड़-ंपौधे वे सूरज की जोशीली तरंग...
शीशे सी ये एक छोटी सी जिंदगी है दोस्तों, दिल में उतर कर वो तो अमिट अक्स होते है शीशे सी ये एक छोटी सी जिंदगी है दोस्तों, दिल में उतर कर वो तो अमिट अक्स होते ...
बिछुड़ने से फिर दिल रोता है, जब दिल किसी को खोता है। बिछुड़ने से फिर दिल रोता है, जब दिल किसी को खोता है।
ऐसा अनोखा वह राज़दार ऐसा अनोखा वह राज़दार