STORYMIRROR

Vijay Kumar parashar "साखी"

Others

3  

Vijay Kumar parashar "साखी"

Others

अनकहे रिश्ते

अनकहे रिश्ते

1 min
219

कुछ रिश्ते दिल के बेहद करीब होते है

नसीब होकर भी वो बदनसीब होते है

नाम है उनका, भले ही अनकहे रिश्ते

फ़िर भी वो दिल के बड़े साफ होते है

कोई रिश्ता कभी ऐसे भी बन जाता है,

कुछ पल साथ रह कर भी वो ताउम्र होते है


शीशे सी ये एक छोटी सी जिंदगी है दोस्तों,

दिल में उतर कर वो तो अमिट अक्स होते है

जब हर तरफ़ से तन्हा हो जाता है ये दिल

अनकहे रिश्ते ही सबसे प्यारे दोस्त होते है

कुछ बात, कुछ राज बहुत ख़ास होते है

चाह कर भी जुबाँ पर आने से बहुत डरते है

वो ही तो दिल के सच्चे मित्र होते है


जब चारों तरफ़ से हम शोलों से गिरे होते है

कुछ अनकहे रिश्ते ही उस वक्त साखी,

दिल मे शबनम बनकर हमें हौंसला देते है

सबकी जिंदगी में कोई तो अनकहा रिश्ता है

कभी दोस्त बनकर, कभी दुश्मन बनकर

दिल के कोने में सदा रोते रहते है



Rate this content
Log in