मैं प्रेम की पिटारी हूं हां, मैं नारी हूं। मैं प्रेम की पिटारी हूं हां, मैं नारी हूं।
मौन रहकर भी सदा तुम बोलते अधिकार से हो, बंद हो तुम सीप जैसे तुम खुले अखबार से हो । मौन रहकर भी सदा तुम बोलते अधिकार से हो, बंद हो तुम सीप जैसे तुम खुले अखबार से...
कितने छंद क्षणिकाओं कोमल उपमाओं में गोते लगाती अविरल बहती जाती वो….! कितने छंद क्षणिकाओं कोमल उपमाओं में गोते लगाती अविरल बहती जाती वो….!
मेरी चादर कुछ मैली है थोडा सा सह लोगे क्या ? अभी भोर में बहुत देर है अपनाकर रह लोगे क्या ? मेरी चादर कुछ मैली है थोडा सा सह लोगे क्या ? अभी भोर में बहुत देर है अपनाकर र...
भावपूर्ण शब्दों से आज रच दिया तुमने जैसे कोई गीत भावपूर्ण शब्दों से आज रच दिया तुमने जैसे कोई गीत