तुमने उदासी से क्यों भरा मुझे यह तू ही जाने मैं क्या बोलूं। तुमने उदासी से क्यों भरा मुझे यह तू ही जाने मैं क्या बोलूं।
तुम ही तो हो वो सितारा जो दिखाएगा मुझे रास्ता तुम ही तो हो वो सितारा जो दिखाएगा मुझे रास्ता
तुम पास बुलाओ न बुलाओ ये फितरत, मैं तो तुम्हें दिल में बिठाए रहूंगा। तुम पास बुलाओ न बुलाओ ये फितरत, मैं तो तुम्हें दिल में बिठाए रहूंगा।
चंचल मन के लिए दिए थे, कितने ही उपचार गुरु ने, चंचल मन के लिए दिए थे, कितने ही उपचार गुरु ने,
भीख जिंदगी की हर कोई मांगता कोई अपनों के लिए यहां वहां भटकता भीख जिंदगी की हर कोई मांगता कोई अपनों के लिए यहां वहां भटकता
स्वप्न सुनहरा जीवन अपना, कंचन मोती सा चमकीला स्वप्न सुनहरा जीवन अपना, कंचन मोती सा चमकीला