जहाँ आखेटक होते हैं खड़े ताकते हुए। जो नारी होने का अहसास करवाते हैं। जहाँ आखेटक होते हैं खड़े ताकते हुए। जो नारी होने का अहसास करवाते हैं।
कहे तुझसे नादान ये पक्षी, मैं तुझसे घबराई हूं। कहे तुझसे नादान ये पक्षी, मैं तुझसे घबराई हूं।
बहेलिया प्रसन्न है उसने अन्न के ऊपर जाल बिछा दिया है भूख की मारी चिड़िया उतरेगी ही। बहेलिया प्रसन्न है उसने अन्न के ऊपर जाल बिछा दिया है भूख की मारी चिड़िय...
तुम एक विशाल विस्तृत अशेष अछोर शब्दकोश हो तुम एक विशाल विस्तृत अशेष अछोर शब्दकोश हो