कविता का भाव संसार में अच्छाई बरसाता हैं, कविता का भाव संसार में अच्छाई बरसाता हैं,
शीतल चांदनी की चमक जुगनू संग फैलाता चलूँ.. शीतल चांदनी की चमक जुगनू संग फैलाता चलूँ..