'छीन गई मेरी घूमने की आज़ादी, दर-दर भटक रहा हूँ बनकर फरियादी, सुंदर शोख़ हसीना अब रही ना मुझको याद, शा... 'छीन गई मेरी घूमने की आज़ादी, दर-दर भटक रहा हूँ बनकर फरियादी, सुंदर शोख़ हसीना अब ...
मूषक राज करें तुम्हें साष्टांग प्रणाम हम, फँस गए हैं उधार के दलदल में हम! मूषक राज करें तुम्हें साष्टांग प्रणाम हम, फँस गए हैं उधार के दलदल में हम!
मैं संकल्प सुहागन का मैं विश्वास बहना के मन का मैं संकल्प सुहागन का मैं विश्वास बहना के मन का