कुछ गाना सुन के भंगड़ा पा लो, बदलो ये रूटीन , अवसाद कह रहे तुम जिसको, कुछ गाना सुन के भंगड़ा पा लो, बदलो ये रूटीन , अवसाद कह रहे तुम जिसको,
मन भयाक्रांत- कोरोना फण ताने- फुफकार रहा है। मन भयाक्रांत- कोरोना फण ताने- फुफकार रहा है।