हो सकता है, तुम सोच रहे हों तुम्हारे लिए खोने को हो सकता है, तुम सोच रहे हों तुम्हारे लि...
जुमलों के सब सौदागर कब चाहें जन कल्याण। जुमलों के सब सौदागर कब चाहें जन कल्याण।
बहुत दिनों से मैं कविता लिखने का प्रयास कर रही थी.... बहुत दिनों से मैं कविता लिखने का प्रयास कर रही थी....