भाग्य का अस्तित्व कहाँ, पुरुषार्थ ही तो भाग्य को अस्तित्व में लाया। भाग्य का अस्तित्व कहाँ, पुरुषार्थ ही तो भाग्य को अस्तित्व में लाया।
होगा तांडव.... ऐसा... वो की खुद भी न बच पाऊँगी। सब कुछ होगा ऐसा भी की मातम भी न कर प होगा तांडव.... ऐसा... वो की खुद भी न बच पाऊँगी। सब कुछ होगा ऐसा भी की म...
क़सूर था बस मेरा इतना, थाम अरमानो की डोर हवा में उड़ते रहना। पापा की परी बन, ताज सम् क़सूर था बस मेरा इतना, थाम अरमानो की डोर हवा में उड़ते रहना। पापा की परी ब...
आमंत्रण तो था ही और जब वहां पहुंचा तो मेला सा था । आमंत्रण तो था ही और जब वहां पहुंचा तो मेला सा था ।
कठिन पुरुषार्थ करने में, कुछ नहीं खराबी। कठिन पुरुषार्थ करने में, कुछ नहीं खराबी।
करता जा जिंदगी के अरमानों अंदाज़ की मिशाल मशाल प्रज्वलित करता जा। करता जा जिंदगी के अरमानों अंदाज़ की मिशाल मशाल प्रज्वलित करता जा।