हे प्रभु, इसी विषय पर मन मेरा उलझा है मुझे आपका न्याय कभी समझ नहीं आता। हे प्रभु, इसी विषय पर मन मेरा उलझा है मुझे आपका न्याय कभी समझ नहीं आता।
कुछ वक्त अभी भी थम सा गया कर को इज़्ज़त यही कह गया लौटूंगा जरूर ये तय है खुद को बदलो ये कह ... कुछ वक्त अभी भी थम सा गया कर को इज़्ज़त यही कह गया लौटूंगा जरूर ये तय है ...
नर नहीं! नारायण तुम भारत माँ के लाल हो। नर नहीं! नारायण तुम भारत माँ के लाल हो।
नारी की महिमा बड़ी, नारायण वामांंग। ध्यानी की वह तपस्या, ज्ञानी की अर्धांग। नारी की महिमा बड़ी, नारायण वामांंग। ध्यानी की वह तपस्या, ज्ञानी की अर्धांग।
नारायण के भक्त अरु, गंगा के सुत वीर। कृपा आपनी कीजिए, प्रमुदित रहे शरीर।। नारायण के भक्त अरु, गंगा के सुत वीर। कृपा आपनी कीजिए, प्रमुदित रहे शरीर।।