न हिलेगी, न गिरेगी अनकहे रिश्तों की मीनार। न हिलेगी, न गिरेगी अनकहे रिश्तों की मीनार।
जिंंदगी को समझ चुुके है और नहीं समझना है खुशियाँँ समेटनी है हमें दुुखों का अंत करना है। जिंंदगी को समझ चुुके है और नहीं समझना है खुशियाँँ समेटनी है हमें दुुखों का ...
आगे भी बढ़ेंगे अब साथ-साथ जश्न मनाएंगे एक साथ साथ। आगे भी बढ़ेंगे अब साथ-साथ जश्न मनाएंगे एक साथ साथ।
परतंत्र से स्वतंत्र हुए,संविधान रचा गणतंत्र, तंत्र न हावी गण पर हो चाहे फूँके कोई मंत् परतंत्र से स्वतंत्र हुए,संविधान रचा गणतंत्र, तंत्र न हावी गण पर हो चाहे फूँके...
तुमने मुझसे कोई वादा तो नहीं किया था, किंतु तुम्हारा दैहिक समर्पण क्या किसी वाद तुमने मुझसे कोई वादा तो नहीं किया था, किंतु तुम्हारा दैहिक समर्पण क...
ये भिन्न-भिन्न दरवाज़े हर जगह हमारे सामने आते, हर जगह हमें रोकते, ये भिन्न-भिन्न दरवाज़े हर जगह हमारे सामने आते, हर जगह हमें रोकते,