परतंत्र से स्वतंत्र हुए,संविधान रचा गणतंत्र, तंत्र न हावी गण पर हो चाहे फूँके कोई मंत् परतंत्र से स्वतंत्र हुए,संविधान रचा गणतंत्र, तंत्र न हावी गण पर हो चाहे फूँके...