मगर ऐसी जिंदगी भी क्या जो कुछ काम की ही नहीं। मगर ऐसी जिंदगी भी क्या जो कुछ काम की ही नहीं।
स्त्री अडिग हो जाती है परित्यक्ता हो कर। स्त्री अडिग हो जाती है परित्यक्ता हो कर।
कवि हैं तो कविता का, मान आप ही के हाथ. कवि हैं तो कविता का, मान आप ही के हाथ.
भैया मुझको उपहार में हीरे जवाहरात नहीं एक दो धारी तलवार देना ।। भैया मुझको उपहार में हीरे जवाहरात नहीं एक दो धारी तलवार देना ।।
शिक्षा के महत्व को पहचान लो, जीवन संवर जायेगा, इससे नाता जोड़ लो, शिक्षा के महत्व को पहचान लो, जीवन संवर जायेगा, इससे नाता जोड़ लो,