न जाने दर्द कहां से उठता है मैं सूखे पऩजर पे टिका तो हूं। न जाने दर्द कहां से उठता है मैं सूखे पऩजर पे टिका तो हूं।
कतार की कतार मैले कुचैले हाथों को लिए खड़ी है... कतार की कतार मैले कुचैले हाथों को लिए खड़ी है...
मरहम लगाने की कोशिश की जा रही है। मरहम लगाने की कोशिश की जा रही है।
दर्द खरीदते हैं यहाँ लोग कतारों में लगकर। दर्द खरीदते हैं यहाँ लोग कतारों में लगकर।
आया देखो २५ दिसंबर झूम उठे धरती और अंबर ! आया देखो २५ दिसंबर झूम उठे धरती और अंबर !
अच्छा बिजनेस होगा जब कहीं कोई पेड़ पौधा नहीं होगा। अच्छा बिजनेस होगा जब कहीं कोई पेड़ पौधा नहीं होगा।