सबकी आस्था तीर्थ धाम में। आती समृद्धि मानव के काम में। सबकी आस्था तीर्थ धाम में। आती समृद्धि मानव के काम में।
यदि किया होता जो प्रेम तो क्या जा बसते द्वारिका देश यदि किया होता जो प्रेम तो क्या जा बसते द्वारिका देश