कोई समझा ही नहीं कोई समझा ही नहीं
वो अनुभव नहीं बता सकता, मैं तुम्हें नहीं समझा सकता। वो अनुभव नहीं बता सकता, मैं तुम्हें नहीं समझा सकता।
और बस इए समझा समझी में वो मुझसे दूर हो गई और हम उससे दूर हो गए और बस इए समझा समझी में वो मुझसे दूर हो गई और हम उससे दूर हो गए
लफ्ज़ रुक जाते है, जुबां कह नहीं पाती, लफ्ज़ रुक जाते है, जुबां कह नहीं पाती,
बेचैन धड़कन को कैसे काबू में करूं कैसे चुपके से तेरा दीदार करूं बेचैन धड़कन को कैसे काबू में करूं कैसे चुपके से तेरा दीदार करूं
कोरोना ने डॉक्टर व अस्पताल स्टाफ के महत्व को लोगों को समझा दिया, कोरोना ने डॉक्टर व अस्पताल स्टाफ के महत्व को लोगों को समझा दिया,