के नाम पर वो पिता बेटी का कन्यादान करता है। के नाम पर वो पिता बेटी का कन्यादान करता है।
इश्क की दास्तां इश्क को सुनाओ यारों हम तो मदहोश हैं कोई होश में लाओ यारों इश्क की दास्तां इश्क को सुनाओ यारों हम तो मदहोश हैं कोई होश में लाओ यारों
तन्हा रह लेना यारों लेकिन प्यार नहीं करना। तन्हा रह लेना यारों लेकिन प्यार नहीं करना।
वही एक मौका था बातों का, जब तुम आराम करते थे। वही एक मौका था बातों का, जब तुम आराम करते थे।
हाथ जोड़कर दोस्तों के, दुश्मनों को आँखें दिखाना है, सारी दुनिया को अपनी माँ के कदमों में झुकना है... हाथ जोड़कर दोस्तों के, दुश्मनों को आँखें दिखाना है, सारी दुनिया को अपनी माँ क...