यूँ तो गंगा का समय भी स्वयं विस्तृत आकार है , गंगा हर युग में हर काल में लेती चरणब यूँ तो गंगा का समय भी स्वयं विस्तृत आकार है , गंगा हर युग में हर काल में ...
जिन हाथों से तूने दिन भर उसकी भूख को मिटाया था उन काँपते हाथों को भी मैंने उसको झटकते जिन हाथों से तूने दिन भर उसकी भूख को मिटाया था उन काँपते हाथों को भी मैंने उस...
दुर्दशा अपनी बताने आ गये दुर्दशा अपनी बताने आ गये
कपड़े पहनकर क्या करेंगे, जिस्म तो जला तवा है! कपड़े पहनकर क्या करेंगे, जिस्म तो जला तवा है!
तब-तब दुर्दशा होगी मनुष्य की, फिर कोरोना आ जाएगा। तब-तब दुर्दशा होगी मनुष्य की, फिर कोरोना आ जाएगा।
उपयोग किए मास्क को न फेंके न इसे है जलाना नहीं तो ना जाने फिर से कौन जानवर आकर इसे खाय उपयोग किए मास्क को न फेंके न इसे है जलाना नहीं तो ना जाने फिर से कौन जानवर आक...