मेरे जीवन की नौका का तू हैं तारणहार प्रभु मेरे जीवन की नौका का तू हैं तारणहार प्रभु
तेरे सुमिरन का नशा चढ़ा है, श्याम तू सुमिरन करने दे। तेरे सुमिरन का नशा चढ़ा है, श्याम तू सुमिरन करने दे।
स्नान-ध्यान के तप से गुज़र कर हर आस की उत्तरदायी हूँ! चाय की चहक से आरम्भ आलिंगन के जोर तक हर्षाय... स्नान-ध्यान के तप से गुज़र कर हर आस की उत्तरदायी हूँ! चाय की चहक से आरम्भ आलि...
हमको करते प्यार पिताजी।। बनकर सबके यार पिताजी। हमको करते प्यार पिताजी।। बनकर सबके यार पिताजी।