एक रिश्ता तगड़ा, बेबस बन गई बेचारे के लिए! एक रिश्ता तगड़ा, बेबस बन गई बेचारे के लिए!
नींद ना आए मुझे ,चैन ना आए रोग ये कैसा कोई मुझको बताए। नींद ना आए मुझे ,चैन ना आए रोग ये कैसा कोई मुझको बताए।
सामने खड़ी देखता हूँ, छू सकता नहीं तुझे मैं, दिल से तड़पता हूँ, तेरे हुस्न की मदहोशी म सामने खड़ी देखता हूँ, छू सकता नहीं तुझे मैं, दिल से तड़पता हूँ, तेरे हुस्न की...