आजकल देखता नही कोई मन, सब देखते हैं बस धन! आजकल देखता नही कोई मन, सब देखते हैं बस धन!
सामने खड़ी देखता हूँ, छू सकता नहीं तुझे मैं, दिल से तड़पता हूँ, तेरे हुस्न की मदहोशी म सामने खड़ी देखता हूँ, छू सकता नहीं तुझे मैं, दिल से तड़पता हूँ, तेरे हुस्न की...