कौन पहचाने दर्द-ए-दिल को, दर्द तो दिल में हरदम रहता। कौन पहचाने दर्द-ए-दिल को, दर्द तो दिल में हरदम रहता।
रात के अंधेरों में ढूँढता है एक शख्स वफ़ा। रात के अंधेरों में ढूँढता है एक शख्स वफ़ा।
मेरे दिल की सुनोगी पुकार मेरे दिल की सुनोगी पुकार
मैं औरत हूं, बहन हूँ ,बेटी हूं, मां हूं,अभिमान हूं, अभिशाप नहीं। सिर्फ रोटियां सेंक मैं औरत हूं, बहन हूँ ,बेटी हूं, मां हूं,अभिमान हूं, अभिशाप नहीं। सिर...
जब भी कोई दुष्कर्म करे तो मुझको ग़लत बताते हो, क्या सिर्फ लिबास ही दिखता है, मां, बहन जब भी कोई दुष्कर्म करे तो मुझको ग़लत बताते हो, क्या सिर्फ लिबास ही दिखता है...
यह फ़क्र नही यह फर्क है। यह फ़क्र नही यह फर्क है।