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ढलती उम्र का दुख मेहरबान वक़्त जीवन साथ निभाएं आजीवन रंग एकं दूजे के इकलौते साथी धूप बदौलत शरीर पाणिग्रहण ढलती वय समस्याएं सुबह दोपहर शाम घायल ताजा सांस यौवन प्रफुल्लित रखना है मन

Hindi ढलती Poems